दो ताजे चेहरे वाले गोरे लोग, जो मुश्किल से कानूनी हैं, पवित्र पिंजरों में बंद हैं, अपनी उभरती हुई कामुकता का पता लगाते हैं। उनके पैर इच्छा, सहलाने और स्वाद की वस्तु बन जाते हैं। वे अंतरंग अन्वेषण में संलग्न होते हैं, आपसी आनंद में लिप्त होते हैं, अपनी बढ़ती भूख का मुखौटा लगाते हैं।.