एक युवा नौकरानी, हिजाब में बहकती हुई, अपने मालिक की सेवा करने के लिए तैयार होती है। जैसे ही वह उसके सामने घुटने टेकती है, उसकी आँखें उससे मिलती हैं, जो प्रत्याशा और इच्छा से भरी होती है। वह धीरे-धीरे उसकी पतलून को खोलती है, जिससे उसकी उत्सुक मर्दानगी का पता चलता है।.